कुरुबा
कुरुबा धनगर या गड़रिया - एक प्राचीन एवं प्रतिष्ठित समुदाय में से एक है, यह एक चंद्रवंशी क्षत्रिय यानी गड़रिया जाति है । इस जाति के लोगों को कुरुबा गौड़ा, कुरुमा और कुरुम्बर हळूमता गौड़ा नाम से भी जाना जाता है । भारतीय राज्य कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के मूल निवासी हिन्दू जाती है । ये कर्नाटक में तीसरा सबसे बड़ा जाति समूह है, इन्हे उत्तर भारत में पाल, बघेल व गड़रिया नाम से भी जाना जाता है । इस जाति के लोग परंपरागत रुप से पशूपालन का कार्य करते हैं, जिसमे ये विशेष रूप से भेड़ बकरियों के मिश्रित झुंड और मवेशियो कों भी पालते हैं ।
कुरुबा समुदाय के प्रमुख राजा और राजवंश
मौर्य राजवंश, सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक
पल्लव राजवंश, सिंहवर्मन
पाल राजवंश, महाराज गोपाल
संगम राजवंश, हक्का बुक्का
होलकर राजवंश, मल्हार राव होलकर
- चित्रांग मौर्य
- चित्रांगद मोरी या चित्रांग मौर्य, मोरी कबीले के एक सरदार थे । जिन्होंने चित्तौड़गढ़ के किले की नींव
- गायरी
- गायरी या गाडरी भारतीय राज्य राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र का एक जाति-समूह है, इन्हें पशुपालक जातियों
- चौधरी
- चौधरी एक भारतीय उपनाम है जो उत्तरी भारत मध्य भारत और पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में प्रयुक्त होता है
- विजयनगर साम्राज्य
- विजयनगर साम्राज्य भारत के डेक्कन(दक्खन) क्षेत्र में स्थित था। यह 1336 में संगमा राजवंश के दो भाई हरिहर
- संगोली रायण्णा
- संगोली रायण्णा कर्नाटक के स्वतन्त्रता सेनानी एवं योद्धा थे। वह किट्टूर साम्राज्य के सेना प्रमुख
- पाल वंश
- पाल साम्राज्य मध्यकालीन "उत्तर भारत" का सबसे शक्तिशाली और महत्वपूर्ण साम्राज्य माना जाता है, जो कि
- संगम राजवंश
- विजयनगर साम्राज्य के संस्थापक हरिहर और बुक्का राय जो संगम राजवंश से थे जो एक कुरूबा (गडरिया
- देवनारायण
- देवनारायण जी राजस्थान के एक लोक देवता, शासक और महान योद्धा थे। इनकी पूजा मुख्यतः राजस्थान, हरियाणा
- रबारी
- रबारी, रैबारी, राईका, गोपालक एवं देवासी और देसाई के नाम से जानेवाली भारत की यह एक अति प्राचीन जाति
- खुल्दाबाद
- खुल्दाबाद (Khuldabad) भारत के महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद ज़िले में स्थित एक शहर है। यहाँ मुग़ल शासक