मध्यजीवी महाकल्प
मध्यजीवी महाकल्प या मीसोज़ोइक महाकल्प पृथ्वी के भूवैज्ञानिक इतिहास में एक महाकल्प था, जो आज से 25.217 करोड़ वर्ष पहले आरम्भ हुआ और 6.6 करोड़ वर्ष पहले अंत हुआ। इस से पहले पुराजीवी महाकल्प था और इस के बाद नूतनजीवी महाकल्प आया जो आज तक चल रहा है। नूतनजीवी, मध्यजीवी और पुराजीवी महाकल्प तीनो मिलाकर दृश्यजीवी इओन के तीन भाग हैं। मध्यजीवी महाकल्प को "सरिसृपों का महाकल्प" और "कोणधारियों का महाकल्प" भी कहते हैं, क्योंकि इसमें इन प्राणी व वनस्पति जातियों में विविधता क्रमविकसित हुई।
- गोवंश
- गोवंश या बोविनाए (Bovinae) लगभग १४० प्रजातियों वाला जीववैज्ञानिक कुल है। इसमें मवेशी, गौर, भैंस, बायसन
- वरेन्द्र
- वरेन्द्र, जो बरिंद (Barind) भी कहलाता है, बंगाल का एक भौगोलिक क्षेत्र हुआ करता था जो अब बांग्लादेश के रंगपुर
- नारायणपुर, छत्तीसगढ़
- नारायणपुर (Narayanpur) भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के नारायणपुर ज़िले में स्थित एक छोटा-सा नगर है। यह उस ज़िले
- सिमगा
- सिमगा (Simga) भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बलौदा बाज़ार ज़िले में स्थित एक नगर है। यह शिवनाथ नदी के किनारे
- महाड़
- महाड़ (Mahad) भारत के महाराष्ट्र राज्य के रायगढ़ ज़िले में स्थित एक नगर है। यह उत्तरी कोंकण क्षेत्र
- चालीसगाँव
- चालीसगाँव (Chalisgaon) भारत के महाराष्ट्र राज्य के जलगाँव ज़िले में स्थित एक नगर है
- आर्कियाई इओन
- आर्कियाई इओन पृथ्वी के भूवैज्ञानिक इतिहास की चार इओन में से एक है। यह वर्तमान से 400 करोड़ वर्ष
- आओ भाषाएँ
- आओ भाषाएँ पूर्वोत्तर भारत के नागालैण्ड राज्य के उत्तर-मध्य भाग में आओ समुदाय द्वारा बोली जाने वाली
- कासिम बाज़ार
- कासिम बाज़ार भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के मुर्शिदाबाद ज़िले में स्थित एक नगर है। यह भागीरथी नदी
- बामा (लेखिका)
- बामा एक तमिल दलित नारीवादी, शिक्षिका और उपन्यासकार हैं। उनका आत्मकथात्मक उपन्यास कारुक्कु (1992) तमिलनाडु