लोक वानस्पतिकी
लोकवानस्पतिकी (Ethnobotany) वनस्पति विज्ञान की एक शाखा है जिसमें वनस्पतियों एवं लोगों के पारस्परिक सम्बन्धों का वैज्ञानिक अध्ययन किया जाता है। इसमें संस्कृतियों एवं पेड़-पौधों के आपसी जटिल सम्बन्धों को समझने एवं उनकी व्याख्या करने की कोशिश की जाती है। इसमें अध्ययन करते हैं कि विभिन्न संस्कृतियाँ पौधों का कैसे उपयोग करतीं हैं ;
- बलि का बकरा
- किसी प्रमुख दोषी को बचाने के लिये किसी निर्दोष या कम दोष वाले पर दोषारोपण करना या उसे फंसा देना बलि
- समुद्री जीवविज्ञान
- समुद्री जीवविज्ञान के अंतर्गत महासागरों, सागरों के अन्दर के एवं उनके तटों के पादप एवं प्राणियों
- ज़ेनो
- यूनानी तत्वदर्शी ज़ेनो का जन्म एलिया में हुआ था। गणितजगत् में इनकी प्रसिद्धि के मुख्य कारण
- पशुप्रजनन
- पशुप्रजनन के व्यापक अर्थ के अंतर्गत पशुओं के उत्पादन, उनके पालनपोषण तथा देखभाल संबंधी सभी
- भक्तमाल
- भक्तमाल हिन्दी का एक ऐतिहासिक ग्रन्थ है। इसके रचयिता नाभादास या नाभाजी हैं। इसका रचना काल सं. १५६०
- प्रक्रम
- किसी काम को पूरा करने के लिये कई छोटे-छोटे कार्यों को एक निश्चित क्रम में करना होता है। इसे ही प्रक्रम
- आधारिक संरचना
- {{स्रोतहीन|date
- क्रेन
- क्रेन (crane) भारी चीजों को उठाने की मशीन है। क्रेन में एक या अधिक सरल मशीनें लगी होतीं हैं जो वस्तुओं
- भूतकनीकी अभियान्त्रिकी
- भूतकनीकी अभियान्त्रिकी, सिविल इंजीनियरी की वह शाखा है जो पृथ्वी के पदार्थों के इंजीनियरी-व्यवहार
- बामा (लेखिका)
- बामा एक तमिल दलित नारीवादी, शिक्षिका और उपन्यासकार हैं। उनका आत्मकथात्मक उपन्यास कारुक्कु (1992) तमिलनाडु