शाहजहां तृतीय
शाहजहां तृतीय जिसे मुही-उल-मिल्लत भू कहा गया है, मुगल सम्राट थे। ये मुही उस-सुन्नत का पुत्र और मुहम्मद कम बख्श का ज्येष्ठ पुत्र था, जो औरंगज़ेब का कनिष्ठ पुत्र था। १७५९ में आलमगीर द्वितीय की मृत्यु के बाद इमाद उल मुल्क नामक ताकतवर मंत्री ने मुही-उल-मिल्लत को शाहजहां तृतीय के नाम से मुगल गद्दी पर बैठाया और आलमगीर द्वितीय का पुत्र शाह आलम द्वितीय पटना भाग गया । हालांकि १७६० में मराठा सरदार और सदाशिवराव भाऊ की सहायता से शाह आलम द्वितीय द्वारा शाहजहां तृतीय को मुगल सम्राट की गद्दी से हटा दिया गया और शाह आलम द्वितीय को मुगल सम्राट बनाया गया और इमाद उल मुल्क की तानाशाही खत्म की
- आलमगीर द्वितीय
- अज़ीज़-उद्दीन आलमगीर द्वितीय (१६९९-१७५९) (उर्दु:عالمگير) ३ जून १७५४ से २९ नवंबर १७५९ तक भारत में मुगल
- रफी उद-दौलत
- रफी उद-दौलत जिसे शाहजहां द्वितीय भी कहा गया है १७१९ में अति लघु-काल के लिए मुगल सम्राट बना था। यह
- अहमद शाह बहादुर
- अहमद शाह बहादुर (१७२५-१७७५) मुहम्मद शाह (मुगल) का पुत्र था और अपने पिता के बाद १७४८ में २३ वर्ष की आयु
- मुहम्मद शाह (मुग़ल)
- नसीरुद्दीन मुहम्मद शाह 1719 से 1748 तक मुग़ल बादशाह थे। इन्हें मोहम्मद शाह रंगीला के नाम से भी जाना जाता
- रफी उद-दर्जत
- रफी उद-दर्जत(३० नवम्बर १६९९-१७१९), रफ़ी-उस-शहान का कनिष्ठ पुत्र दसवां मुगल सम्राट था। यह फर्रुख्शियार
- एस्टोनिया का ध्वज
- एस्टोनिया का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा है। इसमें नीले (ऊपर), काले और सफेद रंगों की तीन बराबर पट्टियाँ
- शाह आलम द्वितीय
- शाह आलम द्वितीय (१७२८-१८०६), जिसे अली गौहर भी कहा गया है, भारत का मुगल सम्राट रहा। इसे गद्दी शाहजहां
- जहांदार शाह
- जहांदार शाह(1712-1713) हिन्दुस्तान का मुगल सम्राट था। इसने यहां 1712-1713 तक राज्य किया
- मुरुगप्पा ग्रुप
- मुरुगप्पा ग्रुप चेन्नई का एक उद्योग है
- खुल्दाबाद
- खुल्दाबाद (Khuldabad) भारत के महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद ज़िले में स्थित एक शहर है। यहाँ मुग़ल शासक