स्वतंत्रतावाद

द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद पूँजीवादी देशों में लोकोपकार के आग्रह के तहत राज्य की बढ़ी हुई भूमिका की प्रतिक्रिया में स्वतंत्रतावाद (Libertarianism) के सिद्धांत का विकास हुआ है। स्वतंत्रतावाद मनुष्य और समाज के जीवन में राज्य की भूमिका को बेहद सीमित कर देना चाहता है। इसकी दो प्रमुख शाखाएँ हैं। एक शाखा अराजकतावादियों की है जो मानते हैं कि सरकार अपने आप में वैध संस्था है ही नहीं। दूसरी शाखा न्यनूतमवादियों की है जो मानती है कि सरकार को न्यूनतम काम करने का अधिकार है जिनमें पुलिस-सुरक्षा, अनुबंधों का कार्यान्वयन करवाना, नागरिक और फ़ौजदारी अदालत कायम करना शामिल है। लेकिन अधिकतर न्यूनतमवादी यह भी मानते हैं कि उनकी सूची में कर वसूलने का अधिकार शामिल नहीं है। यहाँ तक कि ऊपर वर्णित काम पूरे करने के लिए भी सरकार को लोगों से टैक्स नहीं लेना चाहिए। अराजकतावादियों का ख़याल है कि क्रिकेट के नाइटवाचमैन किस्म का यह राज्य भी कुछ ज़्यादा ही व्यापक है। वे मानते हैं कि न्यूनतमवादियों ने सरकार को जो काम दिये हैं, वे भी निजी एजेंसियों द्वारा किये जाने चाहिए। कुछ अराजकतावादी तो व्यक्ति की सुरक्षा के लिए भी सरकार को किसी तरह की शक्ति का उपभोग नहीं करने देना चाहते।
चाम लोग
चाम या 'चम्पा के निवासी' दक्षिणपूर्व एशिया का एक जातीय समूह है। चाम लोग कम्बोडिया के कामपोंग चाम प्रांत
कोणीय आवृत्ति
भौतिकी में, घूमती हुई कोई वस्तु, इकाई समय में जितना कोण घूम जाती है उसे कोणीय आवृत्ति या कोणीय चाल
चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय
चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय पटना में स्थित एक स्वायत्त विधि विद्यालय है। इसकी स्थापना
धम्म लान्ना लिपि
धम्म लान्ना, ब्राह्मी लिपि से उत्पन्न एक लिपि है जो तीन आधुनिक भाषाओं को लिखने के लिये प्रयुक्त
टेलीग्राफ समीकरण
टेलीग्राफ समीकरण परस्पर युग्मित दो रैखिक अवकल समीकरण हैं जो किसी संचरण लाइन के वोल्टता और धारा का
स्वांग
स्वाँग एक लोकनाट्य रूप है जिसमें किसी रूप को स्वयं में आरोपित कर उसे प्रस्तुत किया जाता है। राजस्थान
पुगं
पुगं या बगान, म्यांमार के माण्डले क्षेत्र में स्थित एक प्राचीन ऐतिहासिक नगर है। पालि भाषा में इसका
नागरिक उड्डयन
सेना द्वारा संचालित उड़ानों को छोड़कर अन्य सभी प्रकार की उड़ानों को नागरिक उड्डयन के ही अंतर्गत
कैटादिन
कैटादिन संयुक्त राज्य अमरीका, के उत्तरपूर्व सीमांत पर मेन राज्य के मध्य भाग में पिस्कैटाक्वॉइस
बामा (लेखिका)
बामा एक तमिल दलित नारीवादी, शिक्षिका और उपन्यासकार हैं। उनका आत्मकथात्मक उपन्यास कारुक्कु (1992) तमिलनाडु