हेमचन्द्राचार्य
आचार्य हेमचन्द्र (1145-1229)
कलिकाल सर्वज्ञ महान गुरु, समाज-सुधारक, धर्माचार्य, गणितज्ञ एवं अद्भुत प्रतिभाशाली मनीषी थे। भारतीय चिंतन, साहित्य और साधना के क्षेत्र में उनका नाम अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
साहित्य, दर्शन, योग, व्याकरण, काव्यशास्त्र, वाङ्मय के सभी अंङ्गो पर नवीन साहित्य की सृष्टि तथा नये पंथ को आलोकित किया। संस्कृत एवं प्राकृत पर उनका समान अधिकार था।
- शब्दानुशासन
- आचार्य हेमचंद्र ने समस्त व्याकरण वांड्मयका अनुशीलन कर शब्दानुशासन एवं अन्य व्याकरण ग्रंथोकी
- योगशास्त्र
- योगशास्त्र हेमचंद्राचार्य द्वारा रचित योग-ग्रन्थ है। इसकी शैली पतंजलि के योगसूत्र के अनुसार ही
- इन्द्रजाल
- जादू का खेल ही इन्द्रजाल कहलाता है। कहा जाता है, इसमें दर्शकों को मंत्रमुग्ध करके उनमें भ्रांति उत्पन्न
- देवनागरी का इतिहास
- देवनागरी लिपि की जड़ें प्राचीन ब्राह्मी परिवार में हैं। गुजरात के कुछ शिलालेखों की लिपि नागरी
- भौतिकी की शब्दावली
- रसायन विज्ञान का इतिहास
- रसायन विज्ञान का इतिहास बहुत पुराना है। १००० ईसापूर्व में प्राचीन सभ्यताओं के लोग ऐसी प्राविधियों
- काव्यशास्त्र
- 'काव्यशास्त्र' काव्य और साहित्य का दर्शन तथा विज्ञान है। यह काव्यकृतियों के विश्लेषण के आधार पर समय
- शबर
- शबर या शबर स्वामी जैमिनीकृत पूर्व मीमांसा सूत्र के भाष्यकार थे। इस पर उन्होने शाबरभाष्य की रचना
- दालाँवेयर
- दालाँवेयर फ्रांसीसी गणितज्ञ थे
- बामा (लेखिका)
- बामा एक तमिल दलित नारीवादी, शिक्षिका और उपन्यासकार हैं। उनका आत्मकथात्मक उपन्यास कारुक्कु (1992) तमिलनाडु