2014 Top Ten of Conflict for Health
- प्राथमिक चिकित्सा
- किसी रोग के होने या चोट लगने पर किसी अप्रशिक्षित व्यक्ति द्वारा जो सीमित उपचार किया जाता है उसे प्राथमिक चिकित्सा कहते हैं। इसका उद्देश्य कम से कम साधनों में इतनी व्यवस्था करना होता है कि चोटग्रस्त
- आयुर्वेद
- आयुर्वेद ( = आयुः + वेद ; शाब्दिक अर्थ : 'आयु का वेद' या 'दीर्घायु का विज्ञान'एक मुख्य और सबसे श्रेष्ठ चिकित्सा प्रणाली है जिसकी जड़ें भारतीय उपमहाद्वीप में हैं। भारत, नेपाल और श्रीलंका में आयुर्वेद का
- आयुर्वेद में नयी खोजें
- आयुर्वेद लगभग, 5000 वर्ष पुराना चिकित्सा विज्ञान है। इसे भारतवर्ष के विद्वानों ने भारत की जलवायु, भौगालिक परिस्थितियों, भारतीय दर्शन, भारतीय ज्ञान-विज्ञान के दृष्टिकोण से ध्यान में रखते हुये
- औषधि
- कोई भी रासायनिक पदार्थ जिसका सेवन करने पर किसी जीव के शरीर या मन में परिवर्तन होता है, उसे औषधि (ड्रग) कहते हैं। सामान्यतः औषधि को भोजन तथा पोषण प्रदान करने वाले अन्य पदार्थों से अलग माना जाता है। दवाओं
- एड्स
- उपार्जित प्रतिरक्षी अपूर्णता सहलक्षण (एड्स) मानवीय प्रतिरक्षी अपूर्णता विषाणु (मा॰प्र॰अ॰स॰) (एच॰आई॰वी) संक्रमण के बाद की स्थिति है, जिसमें मानव अपने प्राकृतिक प्रतिरक्षण क्षमता खो देता है। एड्स
- होम्योपैथी
- अनेक विसंगतियों और वैज्ञानिक प्रमाणिक्ता के बावजूद भारत सहित अनेक विकासशील देशों मे होमियोपैथी सस्ते और सुलभ चिकित्सा का महत्वपूर्ण अंग बना हुआ है, विभिन्न बीमारियों में होमियोपैथी से छोटे बच्चों
- व्यायाम
- व्यायाम वह गतिविधि है जो शरीर को स्वस्थ रखने के साथ व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य को भी बढाती है। यह कई अलग अलग कारणों के लिए किया जाता है, जिनमे शामिल हैं: मांसपेशियों को मजबूत बनाना, हृदय प्रणाली को
- चिकित्साशास्त्र
- चिकित्साशास्त्र आयुर्विज्ञान का एक क्षेत्र है। यह क्षेत्र अस्वस्थ्य मनुष्य को स्वस्थ्य बनाने से सम्बन्धित है। इस शास्त्र में अस्वस्थ्य मनुष्य का ब्याधि वा रोग का अध्ययन किया जाता है, उसके बाद
- हल्दी
- हल्दी (टर्मरिक) भारतीय वनस्पति है। यह अदरक की प्रजाति का ५-६ फुट तक बढ़ने वाला पौधा है जिसमें जड़ की गाठों में हल्दी मिलती है। हल्दी को आयुर्वेद में प्राचीन काल से ही एक चमत्कारिक द्रव्य के रूप में
- आयुर्विज्ञान
- आयुर्विज्ञान, मरीज (रोगी) की देखभाल, निदान संचालन, प्राग्ज्ञान, रोगों से उनका बचाव, उपचार, उनके रोग तथा अभिघात (ज़ख्म) का उपशमन एवं उनकी स्वास्थ्य की वृद्धि करने का विज्ञान तथा कला है। यह वह विज्ञान