2016 Top Ten of Polemic for Mathematics
- भारतीय अंक प्रणाली
- भारतीय अंक प्रणाली को पश्चिम के देशों में हिंदू-अरबी अंक प्रणाली के नाम से जाना जाता है क्योंकि यूरोपीय देशों को इस अंक प्रणाली का ज्ञान अरब देश से प्राप्त हुआ था। जबकि अरबों को यह ज्ञान भारत से मिला
- वर्गमूल
- गणित में किसी संख्या x का वर्गमूल वह संख्या (r) होती है जिसका वर्ग करने पर x प्राप्त होता है; अर्थात् यदि r2 = x हो तो r को x का वर्गमूल कहते हैं।उदाहरण-१०० का वर्गमूल १० है क्योंकि १०२ = १००
१६ का वर्गमूल ४
- नियंत्रण सिद्धान्त
- नियंत्रण सिद्धान्त, इंजिनियरी और गणित का सम्मिलित (interdisciplinary) शाखा है जो गतिक तन्त्रों के व्यवहार को आवश्यकता के अनुरूप बदलने से सम्बध रखती है। वांछित ऑउटपुट को सन्दर्भ (रिफरेंस) कहते हैं
- हिन्दू काल गणना
- प्राचीन हिन्दू धार्मिक और पौराणिक वर्णित समय चक्र आश्चर्यजनक रूप से एक समान हैं। प्राचीन भारतीय मापन पद्धतियां, अभी भी प्रयोग में हैं
- समिश्र संख्या
- गणित में समिश्र संख्याएँ वास्तविक संख्याओं का विस्तार है। किसी वास्तविक संख्या में एक काल्पनिक भाग जोड़ देने से समिश्र संख्या बनती है। समिश्र संख्या के काल्पनिक भाग के साथ i जुड़ा होता है जो निम्नलिखित
- द्विपद प्रमेय
- गणित में द्विपद प्रमेय एक महत्वपूर्ण बीजगणितीय सूत्र है जो x + y प्रकार के द्विपद के किसी धन पूर्णांक घातांक का मान x एवं y के nवें घात के बहुपद के रूप में प्रदान करता है। अपने सामान्यीकृत (जनरलाइज्ड) रूप
- ज्यामिति
- क्रिस्टल
- प्रमेय
- प्रमेय (अंग्रेजी: Theorem) का शाब्दिक अर्थ है - ऐसा कथन जिसे प्रमाण द्वारा सिद्ध किया जा सके। इसे साध्य भी कहते हैं
- समुच्चय सिद्धान्त
- समुच्चय सिद्धान्त, गणित की एक शाखा है जो समुच्चयों का अध्ययन करती है। वस्तुओं के सुपरिभाषित संग्रह (collection) को समुच्चय कहते हैं। यद्यपि समुच्चय के अन्तर्गत किसी भी प्रकार की वस्तुओं का संग्रह सम्भव
- रेखीय समीकरण
- गणित में रेखीय समीकरण एक ऐसा समीकरण होता है जिसमें चर की अधिकतम घात एक होती है, इन समीकरणों को रेखीय समीकरण कहते हैं क्योंकि ये कार्तीय निर्देशांक पद्ध्ती में एकसरल रेखा को निरुपित करते हैं।
दो