2017 Top Ten of Conflict for Mathematics
- सम और विषम अंक
- गणित में सम (even) ऐसी संख्याओं को कहा जाता है जो 2 द्वारा पूर्णतः विभाज्य (DIVIDABLE) हों, जैसे कि 0 2 4 6 8 10इत्यादि। यही कहने का एक और तरीका है कि सभी सम अंक 2 के गुणज (MULTIPLE) होते हैं। इस से विपरीत विषम (odd) अंक ऐसे अंकों
- समान्तर चतुर्भुज
- जिस चतुर्भुज की आमने-सामने की भुजाएँ समांतर तथा समान होती है उसे समान्तर चतुर्भुज (Parallelogram) कहते
- पाई
- पाई (π) एक गणितीय नियतांक है जिसका संख्यात्मक मान किसी वृत्त की परिधि और उसके व्यास के अनुपात के बराबर होता है। इस अनुपात के लिये π संकेत का प्रयोग सर्वप्रथम सन् १७०६ में आया। इसका मान 22/7 के बराबर
- हिन्दी की गिनती
- हिन्दी की गिनती, संस्कृत की गिनती से अपभ्रंश होकर पैदा हुई है। उदाहरण के लिये हिन्दी का 'साठ' संस्कृत के 'षष्टिः' से उत्पन्न है; 'अस्सी' संस्कृत के 'असीति' से। इसी प्रकार देख सकते हैं कि हिन्दी की
- महत्तम समापवर्तक
- अंकगणित में दो पूर्णांकों a तथा b का महत्तम समापवर्तक या म.स. वह महत्तम संख्या होती है जो a तथा b दोनो को विभाजित कर सके
- घनाभ
- घनाभ (क्यूब्वायड) या आयतफलकी वह समान्तरषटफलक है जिसका प्रत्येक फलक आयताकार हो। जब तीनों बीमा समान हों तो वह आकार घन (क्यूब) कहलाता है। ईंट, आयतफलकी का सबसे अच्छा उदाहरण है
- वैदिक गणित (पुस्तक)
- वैदिक गणित, जगद्गुरू स्वामी भारती कृष्ण तीर्थ द्वारा सन १९६५ में विरचित एक पुस्तक है जिसमें अंकगणितीय गणना की वैकल्पिक एवं संक्षिप्त विधियाँ दी गयीं हैं। इसमें १६ मूल सूत्र ,तथा 13 उपसूत्र दिये
- अंक
- अंक ऐसे चिह्न हैं जो संख्याओं के लिखने के काम आते हैं। दासमिक पद्धति में शून्य से लेकर नौ तक कुल दस अंक प्रयोग किये जाते हैं। इसी प्रकार षोडश आधारी में शून्य से लेकर ९ तक एवं A से लेकर F कुल १६ अंक
- आयत
- ऐसा चतुर्भुज जिसके चारों अन्तःकोण समकोण हों उसे आयत (Rectangle) कहते हैं।
आयत एक ऐसा चतुर्भुज है जिसकी आमने सामने की भुजाएं समांतर होती है, "आयत" कहलाता है
- शून्य
- शून्य (०) एक अंक है जो संख्याओं के निरूपण के लिये प्रयुक्त आजकी सभी स्थानीय मान पद्धतियों का अपरिहार्य प्रतीक है। इसके अलावा यह एक संख्या भी है। दोनों रूपों में गणित में इसकी अत्यन्त महत्वपूर्ण